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चिटठा लेन 1
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नन्हे नन्हे से कदम उठाओ – वन स्टेप एट ए टाइम
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आज वो सुबह से ही पान की दुकान पर उदास बैठा था। चेहरे पर ऐसे भाव मानो सब कुछ
लुटा आया हो। बहुत पूछने पर उसने बताया कि ये आने वाला साल 2025 पूरा बेकार
...
5 days ago
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भइया ! अतिथि आने वाले हैं
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*इन्हें बदपरहेजी से सख्त नफरत है। दुनिया के किसी भी कोने में इन्हें अपनी
शर्तों का उल्लंघन होते दिखता है तो ये अपने को रोक नहीं पाते और वहां बिना
किसी जान-...
6 days ago
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2025 में विवाह मुहूर्त कब है ?
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Marriage dates in 20252025 में विवाह मुहूर्त कब है ?
[image: Marriage dates in 2025]
भारतवर्ष में हिंदू धर्म में प्रत्येक मांगलिक कार्यों में शुभ मुहूर्त ...
1 week ago
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टर्मिनल 3
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झारखण्ड से लौट आई हूँ। पूरे 18 घंटे की बेसुध नींद के बाद उठी हूँ तो मन एकदम
निर्मल है। हालांकि वापसी में हिन्दी वाला खूबसूरत सफर अँग्रेजी वाले suffer
से ...
1 week ago
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तीन प्रेम कविताएं/ नीरज दइया
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1.
पारस पत्थर है प्रेम
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पारस पत्थर है प्रेम
वह नहीं मिलता उसे
जो खोजता है....
इस संसार में
है हर किसी के पास-
पारस पत्थर....
वह दिया नहीं जा ...
2 weeks ago
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संत फिलोमेना कैथेड्रल, मैसूर St. Philomena's Cathedral, Mysore
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अगर भारत में निर्मित गिरिजाघरों की बात करूं तो सबसे भव्य और विशाल चर्च
मैंने केरल और गोवा में देखे हैं। मेघालय और मेरे राज्य झारखंड में भी कई चर्च
हैं पर...
4 weeks ago
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अकेली हो?
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पति के गुजर जाने के बाद
दिन पहाड़ से लगते हैं
रातें हो जाती है लंबी से भी लंबी
दूर तक नजर नहीं आती
सूरज की कोई किरण
मशीन बन जाता है शरीर
खाने, पीने की ...
1 month ago
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टिकिट मांगने वाले भाजपा के ब्राम्हण नेताओं की मुश्किलें बढ़ी
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टिकिट मांगने वाले भाजपा के ब्राम्हण नेताओं की मुश्किलें बढ़ी दक्षिण
विधानसभा चुनाव में ब्राम्हण प्रत्याशी की मांग करने वाले भारतीय जनता पार्टी
के ब्राम्हण ...
2 months ago
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श्रोडिंगरस् कैट - जिन्दा भी और मरी भी
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इस चिट्ठी में 'इरविन श्रोडिंगर एंड द क्वांटम रिवोल्यूशन' पुस्तक की समीक्षा
है।
जॉन आर. ग्रिबिन एक ब्रिटिश खगोलशास्त्री हैं और विज्ञान विषयों के लोकप्रिय ...
2 months ago
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बे-दिल चंद्रमा
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बहुत पहले की बात है जब दो सगे भाई बहन बचपन में ही अनाथ हो गए थे । इसके
बावजूद उन्होंने गहन दु:ख से उबरते हुए एक सामान्य जीवन जिया और स्वस्थ बने
रहे । युव...
3 months ago
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अनजान हमसफर
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इंदौर से खरगोन अब तो आदत सी हो गई है आने जाने की। बस जो अच्छा नहीं लगता वह
है जाने की तैयारी करना। सब्जी फल दूध खत्म करो या साथ लेकर जाओ। गैस
खिड़कियाँ ...
3 months ago
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* महाकाल के महाशय*
- बालकवि बैरागी
पुण्य-स्मृति पण्डित *श्री सूर्यनारायणजी व्यास* की पुण्य-तिथि ( 22 जून 1999)
प्रसंग पर लिखा, दादा श्री बालक...
4 months ago
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अब नइ गिरय आँसू के बूँद, बोहावत हे इहां पानी के धार
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नल जल योजना ले जल संकट वाले गांव मन म दूर होए लगे हे पेयजल के समस्या कोरबा,
26 जुलाई 2024। कोरबा जिला के कोरबा विकासखण्ड के अंतर्गत पहाड़ ले घिरे विमलता
ग...
5 months ago
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मगर बेचना मत खुद्दारी
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यूँ तो सबको है दुश्वारी एक तरफ
मगर बेचना मत खुद्दारी एक तरफ
जाति - धरम में बाँट रहे जो लोगों को
वो करते सचमुच गद्दारी एक तरफ
अक्सर लोग चुने हैं अपने जो...
6 months ago
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जन्मदिन मुबारक हो अजनबी...
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प्यार- कई लाख जन्म मुझे सन्नाटे कभी पसंद नहीं थे, हाँ एकांत ज़रूर पसंद था.
उस एकांत के दरम्यान तुम्हारी एक मुस्कराहट ने जैसे सब कुछ अलग-थलग कर दिया
था. तुम्...
8 months ago
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गुमशुदा ज़िन्दगी
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ज़िन्दगी
कुछ तो बता
अपना पता .....
एक ही तो मंज़िल है
सारे जीवों की
और वो हो जाती है प्राप्त
जब वरण कर लेते हैं
मृत्यु को ,
क्यों कि असल
मंज़िल म...
8 months ago
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मेरी आवाज़ ही पहचान है-किनारा १९७७
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पिछले साल हमने एक दुखद घटना के दिन एक गाना बारंबार सुना टी वी चैनलों पर. ये
था फिल्म किनारा का गीत.इसे गाने वाले दोनों ही इस दुनिया को अलविदा कह गए. आज
भूप...
10 months ago
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क्यों बदलूं मैं तेवर अपने मौसम या दस्तूर नहीं हूँ
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ग़ज़ल
मंज़िल से अब दूर नहीं हूँ
थोड़ा भी मग़रूर नहीं हूँ
गिर जाऊँ समझौते कर लूँ
इतना भी मजबूर नहीं हूँ
दूर हुआ तू मुझसे फिर भी
तेरे ग़म से चू...
1 year ago
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सज्जन-मन
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सब सहसा एकान्त लग रहा,
ठहरा रुद्ध नितान्त लग रहा,
बने हुये आकार ढह रहे,
सिमटा सब कुछ शान्त लग रहा।
मन का चिन्तन नहीं व्यग्रवत,
शुष्क हुआ सब, अग्नि त...
2 years ago
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नाज़-ए-हिन्द सुभाष (4था संस्करण)
eBook अमेजन पर उपलब्ध
***
प्राक्कथन
नेताजी सुभाष 17 जनवरी 1941 की रात भारत से निकले थे और 18 अगस्त 1945 के दिन
अन्...
2 years ago
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अब पंजाबी में
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सिन्धी में कविता के अनुवाद के बाद अब पंजाबी में "प्रतिमान पत्रिका"
में
मेरी कविता " हाँ ......बुरी औरत हूँ मैं " का अनुवादप्रकाशित हुआ है
सूचना तो अमरज...
2 years ago
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सेल्स के बंदे से बिकवाएं कविता संग्रह
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आखिर दिल्ली पुस्तक मेला, महामारी की बेरहमी के चलते, टालना ही पड़ा।
प्रकाशकों के साथ-साथ लेखकों ने भी खुद को तसल्ली दी, अभी नहीं तो अगले बरस
सही। किताब...
3 years ago
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सहकारवाद : आत्मनिर्भर भारत के लिए मोदी मंत्र
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 71 वें जन्मदिन पर विशेष आलेख
*सहकारवाद : आत्मनिर्भर भारत के लिए मोदी मंत्र*
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सहकारवाद के उद्घ...
3 years ago
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thinking of my father ऐसे ही
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नागेन्द्र हाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय नमश्शिवाय
...
पिताजी स्नान करते हुये जिन स्तोत्रों को गाते थे, ज्ञात नहीं कि ऐसा करना
शास्त्रसम्मत है भी या न...
3 years ago
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सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को
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सिनेमालोक
साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को
-अजय ब्रह्मात्मज
पिछले दिनों जमशेदपुर की फिल्म अध्येता और लेखिका विजय शर्मा के साथ उनकी
पुस्तक ‘ऋत...
4 years ago
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झाड़ू पोछा वाला रोबोट जो बिस्कुट हड़प गया
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भारतीय परिवेश में झाड़ू पोछा वाला रोबोट की कार्यप्रणाली और उसके साथ हुआ
अनुभव बताता लेख
4 years ago
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झाड़ू पोछा वाला रोबोट जो बिस्कुट हड़प गया
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भारतीय परिवेश में झाड़ू पोछा वाला रोबोट की कार्यप्रणाली और उसके साथ हुआ
अनुभव बताता लेख
4 years ago
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शीतला:एक कल्याणकारी माता
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*Jai shitla mata* शीतला:एक कल्याणकारी माता जगतजननी, जनकल्याणी मां शीतला
देवी के मंदिर सेनिकलती मधुर शंख ध्वनि एवं चौरासी मांगलिक घंटो और घंटियों
की स...
4 years ago
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रचनाकार में पढ़ें अपने मनपसंद विषय की सैकड़ों रचनाएँ -
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विश्व की पहली, यूनिकोडित हिंदी की सर्वाधिक प्रसारित, समृद्ध व लोकप्रिय
ई-पत्रिका - रचनाकारमनपसंद विषय की रचनाएँ पढ़ने के लिए उस पर क्लिक / टैप
करें -~ विधा...
4 years ago
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दिल्ली में उड़नतश्तरी देखी गयी है।
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समीरलाल 'उड़नतश्तरी' जी का दिल्ली आगमन आनन फानन में ब्लॉग मीट के आयोजन का
हेतु बन गया और इसके निमित्त बने भाई राजीव तनेजा । हिंदी ब्लॉगिंग जब अपने
शिखर...
4 years ago
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आकाशवाणी के "विविधभारती : का प्रथम प्रसार गीत ~ :नाच रे मयूरा : गीतकार :
पँडित नरेन्द्र शर्मा
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ऑल इंडिया रेडियो "आकाशवाणी " का सर्व प्रथम गीत भारत सरकार की रेडियो
प्रसारण सेवा के लिए बजाया गया उसे ' प्रसार गीत ' कहा गया !
डा. केसकर जी मँत्री थे सूच...
4 years ago
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हाय ! ये कैसा बसंत आया री
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हाय ! ये कैसा बसंत आया री
जब सब सुमन मन के कुम्हला गए
रंग सारे बेरंग हो गए
किसी एक रूप पर जो थिरकती थी
उस पाँव की झाँझर टूट गयी
जिस आस पर उम्र गुजरती थी
वो...
4 years ago
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अव्यवस्थित
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कुछ परिवर्तन के लिए इस बार हिंदी फिल्म देखनी आरम्भ की। मैं एक स्पैल में
फिल्म न देखकर टुकड़ों में ही देख पाता हूँ और यह suit भी करता है, अच्छी लगी
तो long ...
4 years ago
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कथा "मीराँबाई पर विशेष"
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कभी-कभी कुछ चीज़े विशेष होती हैं, और आपसे लिखवाकर ही दम लेती हैं, ज़िक्र होना
भी चाहिए, किसी भी रचना को लिखने के बाद, या पुस्तक के प्रकाशन के बाद उस पर
प...
4 years ago
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बचपन का बागी घुमक्कड़-2 (Bachapan ka Bagi Ghumakkad-2)
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*बचपन का बागी घुमक्कड़-2 (Bachapan ka Bagi Ghumakkad-2)*
शिव के प्रति आस्था तो मेरे मन में बचपन से ही थी। सावन आने के कुछ दिन पहले
से ही गांव शिवमय हो ज...
4 years ago
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बृहस्पतिवार के लिए चंद पंक्तियाँ
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ॐ गं गणपतये नमः
ॐ नमश्चंडिकायै
ॐ हं हनुमंताय नमः
ॐ नमः शिवाय
ॐ बृं बृहस्पतये नमः
ॐ वाणी हिरण्यगर्भाभ्याम् नमः
सर्वेभ्यो देवेभ्यो नमः
मातृ पितृ चरणकमलेभ्यो नम...
5 years ago
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प्रधानमंत्री मोदी ने बटन दबाया लेकिन किसानो तक कुछ नहीं पहुंचा
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68 महिने में 168 योजनाओं का एलान । यानी हर 12 दिन में एक योजना का एलान ।
तो क्या 12 दिन के भीतर एक योजना पूरी हो सकती है या फिर हर योजना की उम्र
पांच बरस ...
5 years ago
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15 lakh page view of jatdevta travel blog जाटदेवता का सफर 15 लाख पेज व्यूह
से आगे निकल चला।
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दोस्तों, आप सबको सूचित करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि
आज यात्रा ब्लॉग #जाटदेवता_का_सफर
15 लाख पेज व्यूज
की संख्या पार कर चुका है।
मैं बहुत बडा ब...
5 years ago
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तुम्हारा स्वागत है
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1
तुम कहती हो
" जीना है मुझे "
मैं कहती हूँ ………… क्यों ?
आखिर क्यों आना चाहती हो दुनिया में ?
क्या मिलेगा तुम्हे जीकर ?
बचपन से ही बेटी होने के दंश ...
5 years ago
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ये देसी खिलौने
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आज भी मिलते हैं ये झुनझुने और भोंपू
लेकिन आजकल के बच्चे इससे नहीं खेलते
फिर भी क्यों बनते हैं ऐसे खिलौने?
कौन खरीदता होगा इन्हें?
आपका बच्चा इनको लेने की ज...
5 years ago
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अनुवाद एक अध्ययन
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अनुवाद कार्य में मूल भाव के प्राचीर
*************************************
...
5 years ago
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पल्ला झाड़ने से बेहतर है कि आत्मसमीक्षा करें
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PC - Praveen Khanna
सनाउल हक़ के मारे जाने की पुष्टि अफगानी स्रोत एनडीएस से हुई है। परसों। वह
अफगान सरकार और अमेरिका की संयुक्त आतंकवाद विरोधी लड़ाई में म...
5 years ago
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अरविन्द केजरीवाल के नाम पर होगा इनका नाम
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#खड़ीखबर : सीएम योगी ने गिनाई उपलब्धियां
सेंगर और चिन्मयानंद इसमें शामिल नहीं हैं
#खड़ीखबर : दिल्ली की सडकों पर की अवैध पार्किंग तो लग सकता है दो हज़ार का...
5 years ago
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चादर सन्नाटे की
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चारों ओर पसरा है सन्नाटा
मौन है श्वासों का शोर भी,
उघाड़ कर चाहता फेंक देना
चीख कर चादर मौन की,
लेकिन अंतस का सूनापन
खींच कर फिर से ओढ़ लेता
चादर सन्नाटे की...
5 years ago
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इंतज़ार और दूध -जलेबी...
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वोआते थे हर साल। किसी न किसी बहाने कुछ फरमाइश करते थे। कभी खाने की कोई खास
चीज, कभी कुछ और। मैं सुबह उठकर बहन को फ़ोन पे अपना वह सपना बताती, यह सोचकर
कि ब...
5 years ago
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कामरेड चिंतातुर ठहरे
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कामरेड को चिंता घर की
और चिंता है दुनिया भर की
बाल श्रमिक की चिंता करते
छोटू को चांटे भी जड़ते
चिंता उनको पुरुषवाद की
बीवी चार यथावत रखते
फ़ैक्ट्री में हड़ता...
5 years ago
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राजू उठ ... चल दौड़ लगाने चल
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राजू उठ
भोर हुई
चल दौड़ लगाने चल
पानी गरम कर दिया है
दूध गरम हो रहा है
राजू उठ
भोर हुई
चल दौड़ लगाने चल
दूर नहीं अब मंजिल
पास खड़े हैं सपने
इक दौड़ लगा कर जीत...
5 years ago
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एक पुरातत्ववेत्ता की डायरी - पन्द्रहवां दिन - दो
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*29.उजड़ी इमारत की तरह का इंसान *
लेकिन हमारे पास पलकें भी थीं और हमें आज की रात चैन से सोना भी था और इसके
लिए सर्वाधिक आवश्यक था सबसे पहले एक ठिकाना ढूँढ...
5 years ago
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ग़ज़ल: प्यार की है फिर ज़रूरत दरमियाँ
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प्यार की है फिर ज़रूरत दरमियाँ
हर तरफ हैं नफरतों की आँधियाँ
नफरतों में बांटकर हमको यहाँ
ख़ुद वो पाते जा रहे हैं कुर्सियाँ
खुलके वो तो जी रहे हैं ज़िन्दग...
5 years ago
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कश्मीर
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*नज़्म भी जिसके आगोश में फ़ना हो गई *
*कश्मीर ! जिसे दुनिया जन्नत पुकारती है ||*
*सु-मन *
5 years ago
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शमशानघाट से विदा
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पंडित जी ने अपना कमन्डल उठाया और शमशानघाट से विदा लेने के लिए तैयार हो गए।
बहुत ही नराज़ थे दिल्ली की सरकार से। अब शमशान घाट नये तरीके बनाया जा रहा
है। जि...
5 years ago
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कंठस्थ
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पिछले दिनों उड़ीसा में तूफ़ान आने के बाद हिंदी की ख़बरों में भी *'मिलियन'*
शब्द कई बार दिखा। आजकल सोशल मीडिया में *फ़ालोअर, व्यू* इत्यादि की गणना भी
*मिल...
5 years ago
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उसका मन
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कुछ दिन पहले उसकी परीक्षाएँ चल रही थीं और वो मुझसे फोन पर आराम से बातें
करती थी. एक दिन मैंने पूछा कि तुम्हारे तो इम्तिहान चल रहे हैं न? तो बोली
“हाँ मौसी ...
5 years ago
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लोकतंत्र के पर्व -मेरी दृष्टि, मेरी अनुभूति (7)
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लोकतंत्र की खूबसूरती बनाम विडम्बना
संदर्भ - कन्हैया और दिग्विजय सिंह
लोकतंत्र यक़ीनन बहुत खूबसूरत है. किन्तु लोकतंत्र में होने वाली हर चीज
खूबसूरत होत...
5 years ago
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आया है मुझे फिर याद
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*असली मजा सब के साथ आता है *– ई बात भले सोनी-सब टीवी का टैगलाइन है, बाकी
बात एकदम सच है. परब-त्यौहार, दुख तकलीफ, सादी-बिआह, छट्ठी-मुँड़ना ई सब
सामाजिक अबस...
5 years ago
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मैं हंसते हंसते दम तोड़ देता अगर मुझे रोना न आता - अमित श्रीवास्तव की कविता
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हेनरी रूसो की पेंटिंग 'हॉर्स अटैक्ड बाई अ जगुआर' अमित श्रीवास्तव की कविता
की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह एक साथ अनेक परतों और आयामों पर काम करती जाती
है - कई...
5 years ago
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राजनीति के शौकीन हैं तो राजनीति कीजिए खुल कर ...
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"राजनीति का सीधा सरल अर्थ था, प्रजा के हित में राज्य को चलाने की वह नीति,
जो साम दाम दंड भेद के साथ वह करे, जो राज्य को, देश को सुदृढ बनाये । पर
इतिहास हो...
5 years ago
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कविता और कुछ नहीं...
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कविताएं
और कुछ नहीं
आँसू हैं लिखे हुए....
खुशी की आँच
कि
दुखों के ताप के
अतिरेक से
पोषित
लयबद्ध हुए...
#कविताक्याहै
5 years ago
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कितना मुश्किल है बच्चो !
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दस दिवसीय सेवारत प्रशिक्षण के पश्चात प्राप्त ज्ञान |
हमने जाना बच्चों !
कितना मुश्किल होता है
फिर से बच्चों जैसा बनना |
हमने जाना बच्चों !
कितना उबाऊ ...
5 years ago
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गांधी का पुनर्पाठ-5-
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असल में सत्याग्रह तो गांधी के समग्र राजनीतिक पाठ का मूलाधार है,
उनके आंदोलन की समग्रभाषा और अंतर्वस्तु इसकेजरिए पढ़ी जा सकती है। इसके जरिए
स्वाधीन...
6 years ago
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"हल्बी" भाषा या बोली
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*एक विमर्श* ---------------
*"**हल्बी" भाषा या बोली* ------------------------------
प्रिय डॉ. रूपेन्द्र कवि जी के एक पोस्ट पर मान्यवर सतीश जैन भाई साहब न...
6 years ago
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कहानी---
सफ़ेद कपड़ों मेँ लिपटा झूठ
-अब माधुरी बहिन जी आपसे कुछ कहेंगीं । माधुरी बहिन ने माइक संभाला। बोलना
शुरू किया। धर्म, अध्यात्म से होकर वे पारिवारिक ...
6 years ago
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जीवन नाम है ...पतझड़ का...
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दास्ताँ.... पेड़ से बिछुड़े सूखे पत्ते की
तन से उतरे आत्मा रूपी ...कपड़े लत्ते की ...
-अकेला
जीवन नाम है ...पतझड़ का...
फिर पतझड़ में, पत्ता टूटा
शाख़ से उसका,...
6 years ago
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घर बनाने में
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न तारे, चाँद, गुलशन औ' अम्बर बनाने में
जरूरी जिस कदर है सावधानी घर बनाने में
अचानक अश्क़ टपके और बच गई आबरू वरना
कसर छोड़ी न थी उसने मुझे पत्थर बनाने में
मै...
6 years ago
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Murari Ki Kocktail Murari Lal #MarwadiComedy #MyNews #Shekhawati #Sikar
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7 years ago
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जल्द ही काँर्बेट नेशनल पार्क में जिप्सियों की भी हो सकती है आँनलाइन
बुकिंग......
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काँर्बेट नेशनल पार्क में अब परमिट के साथ ही जिप्सियों की भी आँनलाइन बुकिंग
शुरु हो जाये तो आप आश्चर्यचकित ना हों। इसके लिए जिप्सी स्वामियों ने कवायद
भी शु...
7 years ago
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धनक द रेम्बों का अवार्ड सेरेमनी के साथ हुआ समापन
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धनक द रेम्बों का अवार्ड सेरेमनी के साथ हुआ समापन
मूमल नेटवर्क, भिवाड़ी। ऑल इण्डिया लेवल की पेंटिंग एग्जीबिशन और ऑन द स्पॉट
पेंटिंग काम्पीटिशन के तीन दिवसी...
7 years ago
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सभ्य और कुलीन पुरुषों ने उसे ऊँचे दर्जे की वेश्या कहा, इंटेलिजेंट औरतों ने
बिम्बों, मोटे दिमाग की आवारा!
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वो लम्बी, इकहरे बदन की बेहद खूबसूरत शोख लड़की, अमीर परिवार में पैदा हुई थी.
उसने दरवाज़े की आड़ में पिता का हाथ माँ के गाल पर पड़ता सुना और देखा था. जब वह
छ...
7 years ago
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हिन्दी ब्लॉगिंग : आह और वाह!!!...3
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गत अंक से आगे.....हिन्दी ब्लॉगिंग का प्रारम्भिक दौर बहुत ही रचनात्मक था.
इस दौर में जो भी ब्लॉगर ब्लॉगिंग के क्षेत्र में सक्रिय थे, वह इस माध्यम के
प्रति ...
7 years ago
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प्रेम करती हूँ तुमसे
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यमुना किनारे उस रात
मेरे हाँथ की लकीरों में
एक स्वप्न दबाया था ना
उस क्षण की मधुस्मृतियाँ
तन को गुदगुदाती है
उस मनभावन रुत में
धडकनों का मृदंग
बज उ...
7 years ago
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अव्यक्त
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अदृश्य ही रहेगी खुशबू
अदृश्य ही रहेगी हवा
अव्यक्त ही रहेगा ईश्वर
अनाम ही रहेंगे कुछ रिश्ते
छुपे रहेंगे बहुत से पुण्य
छुपा रहेगा बहुत सारा प्रेम
जंगलों ...
8 years ago
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*विनोदशंकर शुक्ल : मेरे **गुरुदेव *
*गिरीश पंकज *
हिंदी व्यंग्य की दूसरी पीढी के सशक्त हस्ताक्षर विनोदशंकर शुक्ल अब हमारे बीच
नहीं है। उनका जन्म 30 दिसम्बर...
8 years ago
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फिर अंधेरों से क्यों डरें!
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प्रदीप है नित कर्म पथ पर
फिर अंधेरों से क्यों डरें!
हम हैं जिसने अंधेरे का
काफिला रोका सदा,
राह चलते आपदा का
जलजला रोका सदा,
जब जुगत करते रहे हम
दीप-बा...
8 years ago
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सब धंधा है!
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भईया, हमारी मानो तो सब बिजनस है, बिजनस। जहाँ आँख गड़ती है, कारोबार ही नज़र
आता है। जहाँ चलता हूँ, लोग दर-मुलाई करते हुए पाए जाते हैं।
घर-चौराहा-शहर-ऑफिस-संसद...
8 years ago
-
घर
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दिवार पत्थर की हैं, संगमरमर की या फिर कच्ची हैं... घर में रिश्तों की ऊष्मा
हो, तो ही अच्छी हैं...
8 years ago
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छतहार पंचायत में शपथ ग्रहण की तस्वीरें
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*उपमुखिया को शपथ दिलातीं श्रीमती अनीता मिश्रा*
*छतहार पंचायत की टीम अनीता*
8 years ago
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शिवजी के ललाट पर बालचंद्र क्यों हैं ,पूर्णचन्द्र क्यों नहीं?
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कौस्तुभ ने पूछा है कि शिवजी के ललाट पर बालचंद्र क्यों हैं ,पूर्णचन्द्र
क्यों नहीं? अब सवाल है तो उत्तर भी होना चाहिए। किसी को यह भी लग सकता है
कि भला य...
8 years ago
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"कदम" की ओर से छोटी सी पहल
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अर्चना चावजी with Shella Jain.
March 20 at 10:19pm ·
धन्यवाद जैन मेडम ...
इनका नाम दुर्गा यादव है,बी.ए. सेकंड ईयर चौथे सेमिस्टर में है ,साथ ही
कंप्यूटर ...
8 years ago
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विदेशी कन्हैया....
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भारत की संस्कृति और हिंदु धर्म अदभुत है,कोई शंका नहिं कि किसी हिंदु को
हिंदु होने का गर्व ना हो,हिंदु धर्म सभी धर्मों का आदर करता चला आ रहा है
।इसकी ख...
8 years ago
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पिताजी के जन्मदिन पर - पिता तो सद्गुणों का पता है : अविनाश वाचस्पति
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परम पूज्य पिता स्व; डॉ. दिनेश चन्द्र वाचस्पति
पिता प्रथम कुलपति हैं, बतलाने वाले कादम्बिनी मासिक पत्रिका के प्रधान संपादक
शशि शेखर का यह कथन एकदम सच ह...
9 years ago
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बीमा सुरक्षा और सुनिश्चित धन वापसी - कविता - अविनाश वाचस्पति
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##AssuredIncomePlanPolicy
निश्चित धन वापसी और बीमा सुविधा
संदेह नहीं यह पक्का बनाती है विश्वास
विश्वास में ही मौजूद रहती है यह आस
धन भी मिलेगा और निडर ...
9 years ago
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अवसाद
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बहुत घने साये हैं
उदासी के
दिन रात सब हैं
बासी से
क़दम फिसलते जा रहे हैं
अवसाद के
इस अंधे कुएं की ओर
रोकना चाह कर भी
चलता नहीं इनपे ज़ोर
अच्छा बुरा लगना ...
9 years ago
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Best Cheap Kenson Kids - "I Can Do It" Reward and Responsibility Chart Made
in the USA. 11" X 15.5"
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Kenson Kids - "I Can Do It" Reward and Responsibility Chart Made in the
USA. 11" X 15.5"
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Product Description
Having trouble getting your kids t...
9 years ago
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जिसके कंठ से पृथ्वी के सारे वृक्ष एक साथ कविता पाठ करते थे : मिगुएल
हर्नान्देज़
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मिगुएल हर्नान्देज़ ऐसा कवि नहीं था , जैसा हम अक्सर अपने आसपास के कवियों के
बारे में जानते-सुनते हैं. उसका जीवन और उसकी कवितायेँ , दोनों के भीतर
संवेदना, अनु...
9 years ago
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अपने मन की करना ही ख़तरनाक राजनीति है !
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*बैटल ऑफ बनारस के बहाने कमल स्वरूप से बातचीत *
प्रश्न : आप की फिल्म बैटल ऑफ बनारस का अभी क्या स्टेटस है?
कमल: फिल्म को स्क्रीनिंग कमेटी ने रिजेक्ट कर द...
9 years ago
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हरिगीतिका
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"आओ कविता करना सीखें" आज का छंद....
*हरिगीतिका* में --------विरहणी---
जब भी हुआ यह भान मानव, आपको घनघोर से
तब ही बनी यह धारणा कुछ, नाचते मन मोर से
अब आ गय...
9 years ago
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सोऽहम्
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(परसों, 7 जुलाई को गुलेरी जी की 132वीं जयंती थी. परदादा को याद करते हुए
यहां उनकी एक व्यंग्यात्मक कविता, जो 'सरस्वती' पत्रिका में साल 1907 में
प्रकाशित हु...
9 years ago
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गाँव का ज़िंदा रहना आपके ज़िंदा होने का सबूत है।
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हर एक व्यक्ति के अन्दर एक गाँव होता है । गाँव कोई स्थान विशेष संज्ञा न
होकर एक गुणवाचक शब्द है, जिसके अर्थ विस्तृतता में निहित हैं।.गाँव की
मर्यादा क्षिति...
9 years ago
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DELHI POLICE PASSING OUT PARADE 2015
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- -By Crimes Warrior News- Today on 27st March 2015, the combined Passing
Out Parade of 7 Probationary Sub- Inspectors, 18 ASIs Fingeri print and 42
Const...
9 years ago
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हमारा सामाजिक परिवेश और हिंदी ब्लॉग
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वर्तमान नगरीय समाज बड़ी तेजी से बदल रहा है। इस परिवेश में सामाजिक संबंध
सिकुड़ते जा रहे हैं । सामाजिक सरोकार से तो जैसे नाता ही खत्म हो गया है। प्रत्येक...
9 years ago
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"Peppa" and her friends Captivate Children
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"Peppa" with his brother "George" and his friends "Zoe Zebra", "Danny the
Dog", "Pedro Ponny", "Emily Elephant" and "Susie Sheep" takes a full of
adventure...
9 years ago
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गौमांस निषेध को अपना समर्थन दीजिए………
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सात आसान चरण गाय को गौमांस का सामान बनने से बचाने के लिए...
1. Visit the link : 2. Click 'Yes' 3. Click 'Submit' 4. Come back to this
post 5. Copy the des...
9 years ago
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‘खबर’ से ‘बयानबाज़ी’ में बदलती पत्रकारिता
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मीडिया और खासतौर पर इलेक्ट्रानिक मीडिया से ‘खबर’ गायब हो गयी है और इसका
स्थान ‘बयानबाज़ी’ ने ले लिया है और वह भी ज्यादातर बेफ़िजूल की बयानबाज़ी.
नेता,अभिनेता...
9 years ago
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पेशावर हत्याकांड – पाकिस्तान की आतंकी नीति की खुलती परतें
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पाकिस्तानी तालिबान द्वारा पेशावर के फ़ौजी स्कूल में किए गए हत्याकांड का
विश्लषण करने से पाकिस्तान की आतंकी नीति की परतें खुलती हैं, और हमें इस नीति
को बेहत...
10 years ago
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कमज़ोरी-ए-निगाह ने संजीदा कर दिया , जलवों से छेड़-छाड़ की आदत नहीं रही
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ऐसा नहीं कि उन से मोहब्बत नहीं रही
जज़्बात में वो पहले-सी शिद्दत नहीं रही
सर में वो इंतज़ार का सौदा नहीं रहा
दिल पर वो धड़कनों की हुक़ूमत नहीं रही
क...
10 years ago
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पुस्तक ‘फलित ज्योतिष कितना सच कितना झूठ’ की समीक्षा
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jyotish sach ya jhuth
पुस्तक ‘फलित ज्योतिष कितना सच कितना झूठ’ की समीक्षा (लेखिका - संगीता पुरी )
हर घर में रखी और पढी जाने लायक यह पुस्तक ‘फलित ज्योतिष क...
10 years ago
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पर्यटन का सिरमौर बनने अग्रसर छत्तीसगढ़
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छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के डेढ दशक बाद के बदलाव स्पष्ट दिखाई देते हैं।
राज्य ने लगभग सभी क्षेत्रों में विकास के नए आयामों को छुआ है। सड़क,
बिजली-पानी, शिक...
10 years ago
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टिन्डिस (Tyndis) जिसे पोन्नानि कहते हैं
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रोमन साम्राज्य के अभिलेखों में भारत के दक्षिणी तट के टिन्डिस (Tyndis) नामक
बंदरगाह का उल्लेख मिलता है और आज के “पोन्नानि” को ही इतिहासकारों ने टिन्डिस
होने...
10 years ago
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शाल के बदले साड़ी
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*गनीमत है नवाज़ शरीफ साहब ने शराफ़त दिखाते हुये ... साड़ी ही भेजी ... कहीं
"टोपी" भेज देते ... तो फिर बवाल होता !!*
10 years ago
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मानव एकता के प्रबल समर्थक थे बाबा गुरुवचन सिंह जी महाराज
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मानव एकता दिवस पर विशेष
इस संसार के इतिहास को जब हम देखते हैं तो पाते हैं कि यहाँ विविधताएँ हमेशा
से रही हैं. यह विविधताएँ किसी दूसरे देश के स्तर से लेकर ...
10 years ago
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दिल्ली में दिल्ली के इतिहास की खोज जारी है --
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दिल्ली के पुराना किला में आजकल पुरातत्व विभाग की ओर से खुदाई चल रही है जिसे
जनता के लिए दो दिन के लिए खोला गया था।
किले के प्रांगण में एक पुरानी बावली...
10 years ago
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कांग्रेस की पाती...
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*गौरव शर्मा "भारतीय"*
*मैं* कांग्रेस हूँ… कांग्रेस पार्टी, जिसे 72 प्रतिनिधियों ने 28 दिसंबर 1885
को मुंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में जन...
11 years ago
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मोदी की सबसे बड़ी चुनौती
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मेरा लेख पढ़ें http://abpnews.newsbullet.in/blogtest/74/54742
11 years ago
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बोधगया विस्फोट
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बोधगया विस्फोट
म्यॉंमार का बदला भारत में
बोधगया में कभी भी कुछ हो सकता है, इसके संकेत पिछले एक वर्ष से लगातार मिल
रहे थे| म्यॉंमार (बर्मा) में रोहिंग्या...
11 years ago
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खाकी में इंसान – पुस्तक समीक्षा(श्रीमती चित्रा मुदगल द्वारा)
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पुलिस व्यवस्था प्राचीनकाल से ही भारतीय राजव्यवस्था का प्रमुख अंग रहा है । इस
विषय को आधार बनाकर अनेक लेखकों ने समय-समय पर अपने विचार व्यक्त किये हैं। इस
श...
11 years ago
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तू सिर्फ इंसान है..
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*पैदाइश के फौरन बाद*
*मैं खुद ब खुद हिस्सा हो गई*
*कुल आबादी के*
*आधे कहलाने वाले*
*एक संघर्षशील 'समुदाय' का,*
*कानों से गुज़रती*
*हर एक महीन से महीन आवाज...
11 years ago
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*सुनो तो सही*
मैं
मांगने आई हूँ
तुमसे सिर्फ इंतनी सी दया
की ऐ दरिंदों मुझे सिर्फ इस लायक
छोड़ दो की आईने में
देख सकूँ मैं अपना चेहरा
क्योंकि जानती हुए...
11 years ago
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यात्रा-वृत्तान्त विधा को केन्द्र में रखकर प्रसिद्ध कवि, यात्री और
ब्लॉग-यात्रा-वृत्तान्त लेखक डॉ. विजय कुमार शुक्ल ‘विजय’ से लिया गया एक
साक्षात्कार
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डॉ. विजय कुमार शुक्ल जी ‘विजय’ का सक्षात्कार लेती हुए मैं शालिनी पाण्डेय
*प्र.* सर आपको यात्राओं की प्रेरणा कब और कैसे मिली?
*उ.* देखिए! यायावरी एक प्र...
12 years ago
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जयहिंद!
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समस्त सम्माननीय मित्रों को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक बधाईयों सहित एक
नज़्म सादर समर्पित...
झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
यह तिरंगा ही हम...
12 years ago
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* एक ग़ज़ल आप सब के लिए बच्चों के बीच दादी के किस्से संभालिये बाबा की
आन-बान के खूंटे संभालिये अम्माँ की याद, तुलसी के बिरवे स...
12 years ago
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मनुष्य की बढती स्वार्थपरता का खेल
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यह बात तो हर कोई जानता है कि माँस कैसे प्राप्त किया जाता है. जीवन हर जीव को
उतना ही प्रिय है, जितना कि हम सब को. अपनी खुशी से कोई पशु मरना नहीं चाहता.
अत: ...
12 years ago
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. ".पहचानो कौन है मम्मी ..........
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कभी यूँ भी हो ......
तुम चुपके से आओ ......
मेरे कँधे पर पीछे से
मेरी आँखें बंद करके ,
अपनी मीठी सी आवाज में पूछो,
फिर से ....
".पहचानो कौन है मम्मी .........
12 years ago
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Pujya Tapaswi Sri Jagjivanjee Maharaj Chakchu Chikitsalaya, Petarbar
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Pujya Tapaswi Sri Jagjivanjee Maharaj Chakchu Chikitsalaya, Petarbar is a
Charitable Eye Hospital which today sets an example of a selfless service
to the...
12 years ago
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अवकाश
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आदरणीय ब्लागर मित्रो,
अस्वस्थ होने के कारण शायद अंतरजाल पर न आ पाऊँ । इसलिए कुछ समय के लिए
शायद आप से भेंट न हो। स्वास्थ लाभ करके पुनः आपसे सम्पर्क स्था...
12 years ago
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सभी पाठकों को नववर्ष २०१२ की हार्दिक शुभकामनाएँ .......
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प्रिय दोस्तों ,
मैं विशेष कुमार आप सभी पाठकों को सर्वप्रथम नववर्ष २०१२ की
हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ . जब से मैंने होश संभाला हैं, तब से ह...
13 years ago
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आज अविनाश वाचस्पति का जनमदिन है
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आज, 14 दिसम्बर को नुक्कड़, तेताला, बगीची, पिताजी वाले अविनाश वाचस्पति का
जनमदिन है।
बधाई व शुभकामनाएँ
13 years ago
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'लेडिस' से त्रस्त जेंट्स
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हमारे देश में एक तरफ तो महिलाओं की बराबर की हिस्सेदारी की बात होती है, तो
वहीँ दूसरी ओर महिलायें खुद महिला होने का फायदा उठाती हैं. जी नहीं, ये कोई
नारीवाद...
13 years ago
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परियों की रानी.....अनुष्का
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*ओ लाडली, मेरी छैल छबीली *
*तितलियों सी है चंचल, फूलों सी रंगीली *
* परियों की रानी, ओ राजदुलारी *
* तेरी अदाएँ, जहां से निराली *
...
13 years ago
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महफ़िल प्यार की याद आती है....
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महफ़िल सितारों की... देख कर,
महफ़िल प्यार की याद आती है.
फलक में प्यारे चाँद को देख कर,
इस दिल को उनकी याद आती है.
000
14 years ago
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शब्दावली - 117
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Zero address शून्य पता
zero bit शून्य
द्वयंक
zero c...
15 years ago
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