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चिटठा लेन 1
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चुनाव, स्टेडियम, जनसरोकार
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निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर
दिया है। किसान आंदोलन के दौर में हो रहे इस चुनाव का परिणाम क्या होगा? और
इससे मोदी ...
13 hours ago
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दस्तकों से ऐतराज नहीं
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मुझे दस्तकों से ऐतराज नहीं
यहाँ अपनी कोई आवाज़ नहीं
ये किस दौर में जीते हैं
जहाँ आज़ादी का कोई हिसाब नहीं
चलो ओढ़ लें नकाब
चलो बाँध लें जुबान
कि
ये दौर-ए बेह...
22 hours ago
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ज्योतिष में ascendant क्या होता है?
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Ascendant meaning in astrology in Hindi
सामान्य बोलचाल की भाषा में Ascendant का अर्थ चढ़ाव या आगे की ओर अग्रसर होना
है! ज्योतिष में Ascendent का शाब्दिक अ...
1 day ago
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अपनी अपनी रामायण -अपने अपने राम
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हर बात के
न जाने मतलब कितने
हर शख़्स की
न जाने कितनी कहानियाँ ,
हर कहानी का
एक अलग किरदार
हर किरदार को
निबाहते हुए
करता है इंसान
अलग अलग
व्यवहार ,
ह...
2 days ago
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सफलता का शार्ट कट
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सफलता का 'शार्ट कट' होता है। लेकिन जो यह कहते हैं कि सफलता का कोई शार्ट कट
नहीं होता, वे दरअसल बेवकूफ हैं। शार्ट कट के साथ सफलता पाना उतना ही आसान है,
ज...
2 days ago
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चाहे जो हो जाए – गांधीवाद पर आंच न आए।
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तिवारी जी एक अत्यन्त जागरूक नागरिक हुआ करते थे। जागरूकता का चरम ऐसा कि
सरकार अगर पटरी से जरा भी दायें बायें हुई और तिवारी जी आंदोलन पर। हर आंदोलन
का अ...
2 days ago
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मारीना- ऐसे भी कोई जाता है क्या
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*हफीज़ किदवई युवा रचनाकार, संन्कृतिकर्मी और जन पैरोकार हैं. वो हमेशा मुद्दों
के भीतर से मानवीय पक्ष खोज कर लाते हैं, उनकी हिमायत करते हैं. हफीज़ की कलम
में ...
3 days ago
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राजा अकबर ने दिया 'चौधरी' का ख़िताब
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इस चिट्ठी में, चर्चा है कि हमें चौधरी का ख़िताब कैसे मिला।
रारी में हमारा मकान
इस मकान को, चौधरी धनराज सिंह ने १९२० के दशक में बनवाना शुरू किया था। यह
१९३...
4 days ago
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भारत का नाम कब बदलने वाला है?
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भारत का नाम कब बदलने वाला है?
कब 'उनका' नाम दिए जाने का शुभ मुहूर्त निकला है?
प्रश्न उठने लाजिमी हैं
चरणबद्ध तरीके से परिवर्तन किये जाते हैं ताकि कल को...
5 days ago
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नोबेल की मृगमरीचिका और नेहरू
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*आज बहुत से लोग एक दल और उसके अनुयायियों को नेहरू विरोधी बता कटुता फैलाने
की कोशिश में हैं ! उनसे भी एक सवाल है कि क्या नेहरू विरोध इन्हीं कुछ वर्षों
से ...
6 days ago
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शुभकामनाएं निशी
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ऐ! छुटकी बंजारन
रूहानी मौलिमणी!
या कहूँ-मौली दी
धड़कन रोक देती है
तेरी वात्सल्य भरी
अक्षरों में पगी पोटली
प्रेम,प्यार,दुलार
और तेरा मनुहार
सदा शरारत को
छुप...
2 weeks ago
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*बस्तर की गोंड जनजाति का विश्वविद्यालय : घोटुल*
00000000000000000000000000000000000000000000
*हरिहर वैष्णव*
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इसे बस्तर का दुर्भाग्य ही ...
2 weeks ago
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हमारा संविधान गीता, बाइबिल एवं कुरान की तरह पवित्र है - अशोक बजाज
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*हमारा संविधान गीता, बाइबिल एवं कुरान की तरह पवित्र है - अशोक बजाज *
* गणतंत्र दिवस समारोह 2021*
रायपुर / गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में नगर पंचायत मुख्या...
3 weeks ago
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डिजिटल मार्केटिंग के दौर में होता किसान आंदोलन
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*ये डिजिटल मार्केटिंग का दौर है, साहब। आप इसे जितनी जल्द समझ जाएं उतना
अच्छा।*
*सोशल मीडिया के इस दौर में आप के मोबाइल तक किसी भी उत्पाद या एजेंडे को
प...
3 weeks ago
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त्रिभंग या बहुभंग
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त्रिभंग या बहुभंग
बहुत दिनों से सोशल मीडिया पर फिल्म त्रिभंग की चर्चा चल रही थी। कई बार इसका
प्रोमो सामने आया लेकिन न जाने क्यों प्रोमो देखते हुए फिल्म...
5 weeks ago
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पलायन...
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"तुमने लिखना क्यों छोड़ दिया... ""पता नहीं... शायद अब लिखने को कुछ बचा
नहीं.... और अब मैं कुछ लिखना भी नहीं चाहता, अनजाने लोगों के दिल के तार
छेड़ने के लिए इ...
1 month ago
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" पृथ्वीराज रासौ : सँयोगिता - पृथ्वीराज की वीर गाथा : अमर युगल पात्र ग्रन्थ से
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*ॐ *
*चंदरबरदाई कृत " पृथ्वीराज रासौ " से प्रेरित ~ काव्य कृति तब अमरता प्राप्त
कर लेती है जब कथा - नायक व कथा - वस्तु तथा कहनेवाला भी दिव्य हो ! चारण
...
1 month ago
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जिन्दा इक इन्सान हो
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नए साल में सकल विश्व की पीड़ा का अवसान हो
मिले कहीं विपरीत सोच तो उसका भी सम्मान हो
इस जीवन का मूल प्रेम है दुनिया चलती प्रेम से
प्रेम-सुधा बरसे हर दिल में ...
1 month ago
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छपना ‘लेबंटी चाह’ का
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मेरे ब्लॉग की सबसे चर्चित पोस्टें हैं - पटना वाली। लोकप्रिय भी*। इन्हीं में
से एक पोस्ट *लेबंटी चाह* भी है। लेमन-टी से बना लेबंटी और चाय से बना चाह।
इसी ना...
2 months ago
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सर्द हवाएँ
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*बहुत सर्द हैं हवाएँ*
*घना कोहरा बेहिज़ाब है*
*जर्द पत्तों में है ख़ामोशी*
*तेरी ख़लिश बेहिसाब है !!*
*सु-मन*
2 months ago
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स्त्री तुम केवल योनि हो
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कंगना राणावत और दिलजीत दोसांझ के मध्य संवाद का एक समाजशास्त्रीय पहलू है और
वह है उसमें स्त्री पुरुष की आइडेंटिटी से जुड़े मुद्दे। बातचीत कुछ भी हुयी
हो ...
2 months ago
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छत्तीसगढ़ म जनचेतना के उन्नायक संत गुरु घासीदास
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संत परंपरा के मनखे मन जन-चेतना के बिकास म अपन योगदान दे के समाज ल एक नवा
दिसा देथे। समाज में अइसे कतको बिसगति समा जाथे, जोन ह समाज ल आगू नइ बढ़न दे।
धीरे-...
2 months ago
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कोरोना काल में हवाई / रेल यात्रा के दुख और हरी भरी प्रकृति को देख पाने का सुख
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ये यात्रा करने का समय नहीं है पर पारिवारिक कारणों से पिछले हफ्ते पहले राँची
से दिल्ली और फिर दिल्ली से पटना होते हुए राँची की यात्रा करनी पड़ी। देश किस
क़दर...
3 months ago
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आ अब लौट चलें ......
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*या मुझको मेरी औकात बता दो*
*या मुझसे मेरे असूल छीन लो...**-अकेला** आ अब लौट चलें ......*
*छोड़ फेसबुक की झूठी रंगीन, फ़रेबी,दुनिया से......... अपने ब्लोगर क...
3 months ago
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मुखिया की पत्नि...
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वो समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति और दो खूबसूरत लड़कियों का पिता था । एक दिन
नदी पार के एक सुदूर गांव में जा पहुंचा वहां उसने सुना कि गांव का मुखिया
ब्याह कर...
3 months ago
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सरदार पटेल - कुछ अनकही बातें
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सरदार पटेल की 145वीं जयन्ती: 31 अक्टूबर 2020 पर विशेष
लौह पुरूष पर चन्द अनकही बातें
(द्वारा श्री के. विक्रम राव)
आजादी...
4 months ago
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सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को
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सिनेमालोक
साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को
-अजय ब्रह्मात्मज
पिछले दिनों जमशेदपुर की फिल्म अध्येता और लेखिका विजय शर्मा के साथ उनकी
पुस्तक ‘ऋत...
4 months ago
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अटकन चटकन : छोड़ आए हम वो गलियाँ
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*‘बातों वाली गली” *का कर्ज़ चुकाने का मौक़ा *“अटकन चटकन” *ने दे दिया, हालाँकि
इसमें भी व्यक्तिगत व्यस्तताओं और परेशानियों के कारण महीने भर से ज़्यादा का
सम...
4 months ago
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चालीस पार की औरत और एक प्रश्न
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चालीस पार की औरत के पास वक्त नज़ाकत नहीं भरता। थोक के भाव बिना मोल भाव के
फर्शी सलाम ठोंकता है ।दिन रुपहले सुनहरे नहीं रहते, छा जाती हैं उन पर भी
केशों की ...
5 months ago
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शेफाली
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पहली किरणों के सम्मोहन से उबर किशोर ने झोला गले में लटकाया और द्वार की
साँकल पर पाँव रख ऊपर चढ़ गया। काठ के तीरों से वस्त्र बचाते भीतर कूद पड़ा,
भद्द!...
5 months ago
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कुत्ते की जगह जज साहब
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यह पोस्ट 23 अगस्त 2020 को फेस बुक पर प्रकाशित हुई थी। इन्दौरवाले मेरे आत्मन
प्रिय धर्मेद्र रावल को इसकी जानकारी, कुछ दिनों के बाद मिली - अपने एक सजातीय
स...
5 months ago
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यू टयूब चैनल साइकिल वाले बाबा
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इस ब्लॉग पर अब नयी व पुरानी यात्राओं के यू टयूब लिंक ही उपलब्ध कराये
जायेंगे।
https://www.youtube.com/channel/UCJ765K_VtZ5fbaA7VJinC3g
5 months ago
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एक पुरातत्ववेत्ता की डायरी-पहला दिन -तीन-हरक्युलिस और हनुमान भाग एक
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मनुष्य जब पहली बार मरा तब क्या हुआ होगा
📕 मित्रों, 'एक पुरातत्ववेत्ता की डायरी' के पहले भाग ' चम्बल के पानी में
चाँद' में आपने पढ़ा कि 'प्राचीन भारतीय इ...
5 months ago
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याद सताए तेरी नींद चुराए-राजा बाबू १९९४
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हिंदी फिल्मों में रुमाल फाड के धोती हो सकती है और viceversa तो सिंपल है, हो
ही सकता है. ग्लैमर का ट्यूमर जब चाहे जहां चाहे उभर आता है और फिर साइकिल के
ट्यू...
5 months ago
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अभ्युदय-1- नरेंद्र कोहली(समीक्षा(
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मिथकीय चरित्रों की जब भी कभी बात आती है तो सनातन धर्म में आस्था रखने वालों
के बीच भगवान श्री राम, पहली पंक्ति में प्रमुखता से खड़े दिखाई देते हैं।
बदलते ...
6 months ago
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अपने अपने दुःख
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मैं और शीतल रोज़ रात में खाने के बाद मुहल्ले के पीछे जुगनू गोली को टहलाने
निकलते हैं। वहाँ लगभग रोज़ एक बुजुर्ग सरदार जी टहलते दिखते हैं। कुछ दिनों से
हमारा ...
7 months ago
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विकास दूबे को ,मिलेगा 5 लाख का ईनाम
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विकास दूबे ने किया आत्म समर्पण पुलिस पहले ही कर चुकी थी , फर्स्ट पुलिस ही
आई फिर भी दो वकीलों ने की विकास दूबे की मदद दुखद बात है ये , .......इतने
महान अ...
7 months ago
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पढ़िए एक व्यंग्य
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दोस्तों, बहुत समय बाद पुरूषों के चटोरेपन पर एक व्यंग्य लिखा है, पढ़िए भारत
भास्कर में और आनंद लीजिए।
मूल पाठ
यह मुंह और उनकी प्रयोगशाला
आप सोच रहे होंगे...
7 months ago
-
चीन को उतना पीछे हटना होगा जितना भारत चाहेगा।
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आओ हम बात करें।
दिनांक-04 जुलाई 2020।
कल पूरी दुनिया आश्चर्य चकित हो उठी।
भारत तो गर्वान्वित था ही।भीषण दहाड़ से जितना डर पैदा होता उससे कई गुना डर
भारत के...
7 months ago
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गो कोरोना गो
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प्रस्तुत है कोरोना पर कविता, श्रोताओं की भारी डिमांड पर -
इस कोरोना काल में
महामारी के जाल में
नित नई फरमाइशें हैं
नित नई ख्वाहिशें हैं |
सुबह को खाने ...
8 months ago
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समाज के उत्थान में पत्र पत्रिकाओं का विशेष महत्व
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किसी भी राष्ट्र , समाज , समुदाय या संस्था के उत्थान में पत्र पत्रिकाओं
का विशेष महत्व होता है। इस सत्य को खत्री समाज के कर्णधारों ने समझा ,
स्वीकारा...
8 months ago
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ताड़ : प्रकृति का अनुपम उपहार (Palm: The Unique Gift of Nature)
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*ताड़ : प्रकृति का अनुपम उपहार (**Palm: The Unique Gift of Nature**)*
*बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे ताड़ खजूर।*
*पंथी को छाया नहीं फल लागे अति दूर।*
पता न...
8 months ago
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गुड़िया की गोद में गुड़िया....
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सफ़ेद झक चमकदार
फ्रिल की फ्रॉक पहने
एक बच्ची
मेरे साथ चलती है हमेशा!
बीहड़ सी राह पर
थक कर बैठने को होती हूँ
पकड़ कर साड़ी की पटलियां
झूले सी लटक जाती है...
8 months ago
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कोरोना महामारी के नाम पर जनमानस को डराया जा रहा है और जनता से लूट खसोट की जा रही है ....
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कोरोना वायरस को महामारी बता कर लोगों को डराया जा रहा है और एक अखबार के
अनुसार मुंबई, देहली, राजस्थान आदि में कोरोना के इलाज हेतु निजी हॉस्पिटलों
के द्धारा ...
8 months ago
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जन्मदिवस बधाई संदेश
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जन्मदिवस बधाई संदेश
मिलने लगे स्नेह भरे शुभ सन्देश के बोल
ये आशीष समेट लूँ भर लूँ दामन खोल
"रजनी"
अपनेपन का आभास मिला आदर और उत्साह मिला
इन आभासी रिश...
8 months ago
-
झाड़ू पोछा वाला रोबोट जो बिस्कुट हड़प गया
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भारतीय परिवेश में झाड़ू पोछा वाला रोबोट की कार्यप्रणाली और उसके साथ हुआ
अनुभव बताता लेख
9 months ago
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झाड़ू पोछा वाला रोबोट जो बिस्कुट हड़प गया
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भारतीय परिवेश में झाड़ू पोछा वाला रोबोट की कार्यप्रणाली और उसके साथ हुआ
अनुभव बताता लेख
9 months ago
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अपेक्षित
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भरा-पूरा परिवार था, है भी
बड़े थे, छोटे हैं और हम भी
अब कोई कहाँ तो कोई कहाँ
कोई किस गाल में तो कोई किस गाल में
समाते गए
कुछ बचे हैं अभी, उनकी भी गति यही होन...
9 months ago
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रचनाकार में पढ़ें अपने मनपसंद विषय की सैकड़ों रचनाएँ -
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विश्व की पहली, यूनिकोडित हिंदी की सर्वाधिक प्रसारित, समृद्ध व लोकप्रिय
ई-पत्रिका - रचनाकारमनपसंद विषय की रचनाएँ पढ़ने के लिए उस पर क्लिक / टैप
करें -~ विधा...
9 months ago
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*
फुर्सतों की कारसाज़ी *
फोटो- मार्च 2020,देहरादून
फ़ुरसतें भी अलग-अलग किस्म की होत...
9 months ago
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कोरोना मामलों में मीडिया का धार्मिक दुष्प्रचार
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24 मार्च तक बहुत सारे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों में लोग सरकारी प्रतिबंधों
के बावजूद आ-जा रहे थे और इस कारण लॉक डाउन होने पर फंस गए। क्योंकि तब तक
सरकार ही...
10 months ago
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गत्यात्मक दशा पद्धति : भाग - 1
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dasha antardasha calculation free
गत्यात्मक दशा पद्धति : भाग - 1
ज्योातिष में ग्रहों के प्रभाव के समय को निर्धारित करने वाले सूत्रों का समूह
दशापद्धति कहल...
10 months ago
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हिमालय और लालच की मशीन
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अक्टूबर 1995 था. सबीने और मैं पिछले तीन-चार महीनों से मध्य हिमालय की
सुदूरतम घाटियों की धूल छानते भटक रहे थे. धारचूला की व्यांस, दारमा और चौंदास
घाटियों के...
10 months ago
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नारी-निन्दा और तुलसीदास : फादर डॉ. कामिल बुल्के
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*नारी-निन्दा और तुलसीदास*
~ फादर डॉ. कामिल बुल्के
''रामचरित मानस के विभिन्न पात्रों और स्वयं तुलसी की भी ऐसी बहुसंख्यक
उक्तियाँ पढ़ने को मिलती हैं, जिनमें न...
10 months ago
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लाॅकडाउन 2
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मोदी जी....सुनो:-
धीरे धीरे ही सही बीते इक्किस वार
सोम गया मंगल गया कब बीता बुधवार
कब बीता बुधवार हो गया अजब अचंभा
लगता है इतवार हो गया ज्यादा लंबा
दाढ़ी भी ...
10 months ago
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तन्हाई
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ख़्वाब देखना तो जैसे
भूल चुकी हैं आँखें
और नींद भी मानो
अब, पहचानती ही नहीं
बस, थोड़ा सा आसरा है
इन यादों का
उन बातों का
जिसे महसूस किया है दिल ने
दूरियों के ...
11 months ago
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Gatyatmak Jyotish app
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विज्ञानियों को ज्योतिष नहीं चाहिए, ज्योतिषियों को विज्ञान नहीं चाहिए।दोनो
गुटों के झगडें में फंसा है गत्यात्मक ज्योतिष, जिसे दोनो गुटों के मध्य
सेतु ...
11 months ago
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बिल्लियाँ कब शेर बनके छिप सकेंगी
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खुद दुखी हो के पछाड़ें खा रहे हैं
सब गढ़े मुर्दे उखाड़े जा रहे हैं।
हाथ में डेली नमक की लग गई है
घाव दिल के सब उघाड़े जा रहे हैं।
बिल्लियाँ हैं शेर की मौस...
1 year ago
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बृहस्पतिवार के लिए चंद पंक्तियाँ
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ॐ गं गणपतये नमः
ॐ नमश्चंडिकायै
ॐ हं हनुमंताय नमः
ॐ नमः शिवाय
ॐ बृं बृहस्पतये नमः
ॐ वाणी हिरण्यगर्भाभ्याम् नमः
सर्वेभ्यो देवेभ्यो नमः
मातृ पितृ चरणकमलेभ्यो नम...
1 year ago
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जेएनयू की लहुलुहान पगडंडियो पर कभी कीट्स की प्रेम कविताये का जिक्र था...
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अटखेलिया खाती इन पंगडंडियो के बीच से गुजरते हुये आपको एहसास प्रकृति का ही
होगा । जो सुंदर दृश्य आपकी आंखो के सामने है वह बेहद आसानी से आपको उपलब्ध है
। ये...
1 year ago
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मोदी कॉमनसेंस और भीड़ संस्कृति -
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मोदीजी का व्यक्तित्व तो संघ में जैसा था वैसा ही आज भी है।वे पहले भी
बुद्धिजीवी नहीं थे,बुद्धिजीवियों का सम्मान नहीं करते थे, औसत कार्यकर्ता के
ढ़ंग से ...
1 year ago
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जीवन यात्रा
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कितनी दूर चला आया हूँ,
कितनी दूर अभी है जाना।
राह है लंबी या ये जीवन,
नहीं अभी तक मैंने जाना।
नहीं किसी ने राह सुझाई,
भ्रमित किया अपने लोगों ने।
अपनी राह न...
1 year ago
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अनुवाद एक अध्ययन
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अनुवाद कार्य में मूल भाव के प्राचीर
*************************************
...
1 year ago
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इंतज़ार और दूध -जलेबी...
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वोआते थे हर साल। किसी न किसी बहाने कुछ फरमाइश करते थे। कभी खाने की कोई खास
चीज, कभी कुछ और। मैं सुबह उठकर बहन को फ़ोन पे अपना वह सपना बताती, यह सोचकर
कि ब...
1 year ago
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गुड्डू आओ ... गोलगप्पे खाएँ ....
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गुड्डू आओ ... चलें ..
गोलगप्पे खाएँ
कुछ खट्टे-मीठे .. तो कुछ चटपटे-चटपटे खाएँ
चलो .. चलें ...
अपने उसी ठेले पे .. स्कूल के पास ...
आज .. जी भर के ... मन भर...
1 year ago
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कंप्यूटरीकरण
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अगर राजीव गांधी को पता होता कि भविष्य में कम्प्यूटर उन्हीं के पुत्र राहुल
पर लतीफ़े बनाने में उपयोग किये जायेंगे तो वो कभी कंप्यूटरीकरण की बात भी नहीं
छेड़...
1 year ago
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SONG LINK
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https://www.youtube.com/watch?v=G1ps2a4JqRs
https://www.youtube.com/watch?v=hCYCRjIxd90
1 year ago
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खत से ज़ुदा पन्ने
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मेरे दरवाजे पर पड़ा था एक खत, शायद रात भर पड़ा होगा। मुझे सुबह मिला था। रात
कितनी तेज बारिश पड़ी थी, ये उस खत से जाना जा सकता था। घर के छज्जे के नीचे
होने...
1 year ago
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iRFkj lk vkneh Hkh dHkh iRFkj ugha gksrk A
vks>y gks tkrk gS] nnZ flQj ugha gksrk A
NksVh lh ckr Fkh ysfdu cgk ys xbZ vkalw]
xyr Fkk fd fu”kkuk ;gka dkjxj ...
2 years ago
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जल क्रांति अभियान
व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई है-बिहाणी
श्रीगंगानगर। सेठ जीएल बिहाणी सीनियर सैकेंडरी स्कूल के हाल में सोमवार शाम
आयोजित बैठक में पहुंचे अनेका...
2 years ago
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Make in kcc : ताम्र नगरी खेतड़ी में टूट रहा तांबे का तिलिस्म
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#KCC #KHETRI #MakeInKCC # khetri copper complex #KhetriNagar
3 years ago
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पहली बार थियेटर ओलम्पिक भारत में
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पहली बार थियेटर ओलम्पिक भारत में
मूमल नेटवर्क, दिल्ली। देश में पहली बार 17 फरवरी से 8 अप्रैल तक आठवां थिएटर
ओलिंपिक होने जा रहा है। लगभग दो महीने तक चलने ...
3 years ago
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शक्ति बिना उत्सव सब फीके
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रस की चाह प्रबल, घट रीते,
शक्ति बिना उत्सव सब फीके।
सबने चाहा, एक व्यवस्था, सुदृढ़ अवस्था, संस्थापित हो,
सबने चाहा, स्वार्थ मुक्त जन, संवेदित मन, अनुनादित ह...
3 years ago
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महाशीर के भक्षक ही बनेंगे महाशीर के रक्षक
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रामनगर की लाइफ लाइन कोसी नदी में महाशीर मछलियां भी पाई जाती हैं। यह महाशीर
मछलियां अब विलुप्त होने की कगार पर हैं। इन महाशीर मछलियों का शिकार बहुतायत
में क...
3 years ago
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गत दिनों एक मित्र से बहुत लंबे अरसे के बाद मुलाकात हुई बहुत सी बातों के बाद
परिवार आदि की बातों के बाद एक अन्य पुराने मित्र के बारे में चर्चा चल पड़ी
किन्तु...
3 years ago
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नदियों का निरादर : ज्ञानेंद्र रावत
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इसे अपनी संस्कृति की विशेषता कहें या परंपरा, हमारे यहां मेले नदियों के तट
पर, उनके संगम पर या धर्म स्थानों पर लगते हैं और जहां तक कुंभ का सवाल है, वह
तो न...
3 years ago
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इन आँखों में बारिश कौन भरता है ..
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बेतरतीब मैं
(३१.८.१७ )
`
कुछ पंक्तियाँ उधार है मौसम की मुझपर , इस बरस पहले तो बरखा बरसी नहीं ,अब
बरसी है तो बरस रही ,शायद ये पहली बारिशों का मौसम ...
3 years ago
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निश्शुल्क eBook संस्करण
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18 अगस्त तक के लिए "नाज़-ए-हिन्द सुभाष" के eBook संस्करण को निश्शुल्क किया
जा रहा है. मँगवाने के लिए कृपया यहाँ क्लिक करें.
3 years ago
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सवाल : हम आपदाओं में फेल क्यों? जवाब में यह हकीकत पढि़ए
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राजस्थान के एक हिस्से में बाढ़ का कहर है और लोग आपदा से घिरे हैं। प्रशासनिक
अमला इतना असहाय नजर आ रहा है। आपदाएं हमेशा आती है और सरकारी तंत्र लाचार नजर
आ...
3 years ago
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ब्लॉगिंग : कुछ जरुरी बातें...3
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पाठक हमारे ब्लॉग पर हमारे लेखन को पढने के लिए आता है, न कि साज सज्जा देखने
के लिए. लेखन और प्रस्तुतीकरण अगर बेहतर होगा तो यकीनन हमारा ब्लॉग सबके लिए
लाभदाय...
3 years ago
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बहुरने के बाद
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अब तो साला
गांव में भी घुस गया है राजनीति।
मालगुजार बांड़ा का अंगना लिपइय्या
बैसाखू का नाती
ले आया है नेवई के डउकी
उसी के बुध में बिसर गया है पुराने दिन
ढें...
4 years ago
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*विनोदशंकर शुक्ल : मेरे **गुरुदेव *
*गिरीश पंकज *
हिंदी व्यंग्य की दूसरी पीढी के सशक्त हस्ताक्षर विनोदशंकर शुक्ल अब हमारे बीच
नहीं है। उनका जन्म 30 दिसम्बर...
4 years ago
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सब धंधा है!
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भईया, हमारी मानो तो सब बिजनस है, बिजनस। जहाँ आँख गड़ती है, कारोबार ही नज़र
आता है। जहाँ चलता हूँ, लोग दर-मुलाई करते हुए पाए जाते हैं।
घर-चौराहा-शहर-ऑफिस-संसद...
4 years ago
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कहानी संग्रह अधूरे अफसाने-लावण्या दीपक शाह
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अभी अभी लावण्या शाह (लावण्या दीपक शाह ) के कहानी संग्रह अधूरे अफसाने को
पूरा किया है। चार बाल कहानियों को समेटे कुल ग्यारह कहानियों के इस गुलदस्ते
को लावण...
4 years ago
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छतहार पंचायत की नई टीम
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*मुखिया -अनीता मिश्र उपमुखिया -मीना देवी वार्ड सदस्य निरंजन कुमार पासवान
कन्हाई चंद्र दास रीतु देवी बबिकला देवी सिरितम देवी उर्मिला देवी रानी देवी
संतोष मि...
4 years ago
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मैं मरा नहीं
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(लंबे अरसे बाद प्रिय कवि आलोक श्रीवास्तव की एक कविता,
तापोस दास के चित्र के साथ)
भर्तृहरि एक किंवदंती है
एक इतिहास-सिद्ध कवि के अलावा
जो कहीं हमारे भीतर ...
4 years ago
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"कदम" की ओर से छोटी सी पहल
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अर्चना चावजी with Shella Jain.
March 20 at 10:19pm ·
धन्यवाद जैन मेडम ...
इनका नाम दुर्गा यादव है,बी.ए. सेकंड ईयर चौथे सेमिस्टर में है ,साथ ही
कंप्यूटर का...
4 years ago
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उदास मन से .....
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अंधकार सी क्यों छा रही है ,जीवन में
क्या कुछ गलती कर दी या सही था मैं
अंतर्मन फिर उदास सा क्यों ,राहें अंजान सी क्यों
ख़ुशी आकर भी उड़ क्यों जाती है
क्य...
4 years ago
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पिताजी के जन्मदिन पर - पिता तो सद्गुणों का पता है : अविनाश वाचस्पति
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परम पूज्य पिता स्व; डॉ. दिनेश चन्द्र वाचस्पति
पिता प्रथम कुलपति हैं, बतलाने वाले कादम्बिनी मासिक पत्रिका के प्रधान संपादक
शशि शेखर का यह कथन एकदम सच ह...
5 years ago
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बीमा सुरक्षा और सुनिश्चित धन वापसी - कविता - अविनाश वाचस्पति
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निश्चित धन वापसी और बीमा सुविधा
संदेह नहीं यह पक्का बनाती है विश्वास
विश्वास में ही मौजूद रहती है यह आस
धन भी मिलेगा और निडर ...
5 years ago
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चुनना
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तुमने चुनी अपनी सुविधा
अपनी पसंद को जिया
किसी और के मुताबिक़ चलना
किसी के जज़्बातों की कद्र करना
कभी ये सीखा ही कहाँ
तुम तो फिर तुम हो न आखिर
अपने लिए जीते हो...
5 years ago
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१०० वीं पोस्ट के साथ चित्रकथा का समापन ---
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इस ब्लॉग की यह १०० वीं पोस्ट है। सुन्दर चित्रों से सुसज्जित इस ब्लॉग को
बहुत पसंद किया गया। लेकिन अब ब्लॉगिंग में लोगों की दिलचस्पी लगभग ख़त्म सी
हो गई ह...
5 years ago
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Best Cheap Kenson Kids - "I Can Do It" Reward and Responsibility Chart
Made in the USA. 11" X 15.5"
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5 years ago
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जिसके कंठ से पृथ्वी के सारे वृक्ष एक साथ कविता पाठ करते थे : मिगुएल हर्नान्देज़
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मिगुएल हर्नान्देज़ ऐसा कवि नहीं था , जैसा हम अक्सर अपने आसपास के कवियों के
बारे में जानते-सुनते हैं. उसका जीवन और उसकी कवितायेँ , दोनों के भीतर
संवेदना, अनु...
5 years ago
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अपने मन की करना ही ख़तरनाक राजनीति है !
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*बैटल ऑफ बनारस के बहाने कमल स्वरूप से बातचीत *
प्रश्न : आप की फिल्म बैटल ऑफ बनारस का अभी क्या स्टेटस है?
कमल: फिल्म को स्क्रीनिंग कमेटी ने रिजेक्ट कर दिय...
5 years ago
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निरामिष पर विशेष लेखों की कड़ियाँ
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*(1) *अक्रूर मनोवृति (करूणा और अहिंसा के लिए)
1. दिलों में दया भाव का संरक्षक शाकाहार।
2. विश्व शान्ति का उपाय शाकाहार।
3. हिंसा का अल्पीकरण ...
5 years ago
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हमारा सामाजिक परिवेश और हिंदी ब्लॉग
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वर्तमान नगरीय समाज बड़ी तेजी से बदल रहा है। इस परिवेश में सामाजिक संबंध
सिकुड़ते जा रहे हैं । सामाजिक सरोकार से तो जैसे नाता ही खत्म हो गया है। प्रत्येक...
5 years ago
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"Peppa" and her friends Captivate Children
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"Peppa" with his brother "George" and his friends "Zoe Zebra", "Danny the
Dog", "Pedro Ponny", "Emily Elephant" and "Susie Sheep" takes a full of
adventure...
5 years ago
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‘खबर’ से ‘बयानबाज़ी’ में बदलती पत्रकारिता
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मीडिया और खासतौर पर इलेक्ट्रानिक मीडिया से ‘खबर’ गायब हो गयी है और इसका
स्थान ‘बयानबाज़ी’ ने ले लिया है और वह भी ज्यादातर बेफ़िजूल की बयानबाज़ी.
नेता,अभिनेता...
6 years ago
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पेशावर हत्याकांड – पाकिस्तान की आतंकी नीति की खुलती परतें
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पाकिस्तानी तालिबान द्वारा पेशावर के फ़ौजी स्कूल में किए गए हत्याकांड का
विश्लषण करने से पाकिस्तान की आतंकी नीति की परतें खुलती हैं, और हमें इस नीति
को बेहत...
6 years ago
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कमज़ोरी-ए-निगाह ने संजीदा कर दिया , जलवों से छेड़-छाड़ की आदत नहीं रही
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ऐसा नहीं कि उन से मोहब्बत नहीं रही
जज़्बात में वो पहले-सी शिद्दत नहीं रही
सर में वो इंतज़ार का सौदा नहीं रहा
दिल पर वो धड़कनों की हुक़ूमत नहीं रही
क...
6 years ago
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पर्यटन का सिरमौर बनने अग्रसर छत्तीसगढ़
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छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के डेढ दशक बाद के बदलाव स्पष्ट दिखाई देते हैं।
राज्य ने लगभग सभी क्षेत्रों में विकास के नए आयामों को छुआ है। सड़क,
बिजली-पानी, शिक...
6 years ago
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टिन्डिस (Tyndis) जिसे पोन्नानि कहते हैं
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रोमन साम्राज्य के अभिलेखों में भारत के दक्षिणी तट के टिन्डिस (Tyndis) नामक
बंदरगाह का उल्लेख मिलता है और आज के “पोन्नानि” को ही इतिहासकारों ने टिन्डिस
होने...
6 years ago
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मानव एकता के प्रबल समर्थक थे बाबा गुरुवचन सिंह जी महाराज
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मानव एकता दिवस पर विशेष
इस संसार के इतिहास को जब हम देखते हैं तो पाते हैं कि यहाँ विविधताएँ हमेशा
से रही हैं. यह विविधताएँ किसी दूसरे देश के स्तर से लेकर द...
6 years ago
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कांग्रेस की पाती...
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*गौरव शर्मा "भारतीय"*
*मैं* कांग्रेस हूँ… कांग्रेस पार्टी, जिसे 72 प्रतिनिधियों ने 28 दिसंबर 1885
को मुंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में जन...
7 years ago
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मोदी की सबसे बड़ी चुनौती
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मेरा लेख पढ़ें http://abpnews.newsbullet.in/blogtest/74/54742
7 years ago
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बोधगया विस्फोट
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बोधगया विस्फोट
म्यॉंमार का बदला भारत में
बोधगया में कभी भी कुछ हो सकता है, इसके संकेत पिछले एक वर्ष से लगातार मिल
रहे थे| म्यॉंमार (बर्मा) में रोहिंग्या ...
7 years ago
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खाकी में इंसान – पुस्तक समीक्षा(श्रीमती चित्रा मुदगल द्वारा)
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पुलिस व्यवस्था प्राचीनकाल से ही भारतीय राजव्यवस्था का प्रमुख अंग रहा है । इस
विषय को आधार बनाकर अनेक लेखकों ने समय-समय पर अपने विचार व्यक्त किये हैं। इस
श...
7 years ago
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तू सिर्फ इंसान है..
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*पैदाइश के फौरन बाद*
*मैं खुद ब खुद हिस्सा हो गई*
*कुल आबादी के*
*आधे कहलाने वाले*
*एक संघर्षशील 'समुदाय' का,*
*कानों से गुज़रती*
*हर एक महीन से महीन आवाज...
7 years ago
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यात्रा-वृत्तान्त विधा को केन्द्र में रखकर प्रसिद्ध कवि, यात्री और ब्लॉग-यात्रा-वृत्तान्त लेखक डॉ. विजय कुमार शुक्ल ‘विजय’ से लिया गया एक साक्षात्कार
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डॉ. विजय कुमार शुक्ल जी ‘विजय’ का सक्षात्कार लेती हुए मैं शालिनी पाण्डेय
*प्र.* सर आपको यात्राओं की प्रेरणा कब और कैसे मिली?
*उ.* देखिए! यायावरी एक प्रव...
8 years ago
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जयहिंद!
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समस्त सम्माननीय मित्रों को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक बधाईयों सहित एक
नज़्म सादर समर्पित...
झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
यह तिरंगा ही हम...
8 years ago
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* एक ग़ज़ल आप सब के लिए बच्चों के बीच दादी के किस्से संभालिये बाबा की
आन-बान के खूंटे संभालिये अम्माँ की याद, तुलसी के बिरवे सं...
8 years ago
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मनुष्य की बढती स्वार्थपरता का खेल
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यह बात तो हर कोई जानता है कि माँस कैसे प्राप्त किया जाता है. जीवन हर जीव को
उतना ही प्रिय है, जितना कि हम सब को. अपनी खुशी से कोई पशु मरना नहीं चाहता.
अत: ...
8 years ago
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. ".पहचानो कौन है मम्मी ..........
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कभी यूँ भी हो ......
तुम चुपके से आओ ......
मेरे कँधे पर पीछे से
मेरी आँखें बंद करके ,
अपनी मीठी सी आवाज में पूछो,
फिर से ....
".पहचानो कौन है मम्मी ..........
8 years ago
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अवकाश
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आदरणीय ब्लागर मित्रो,
अस्वस्थ होने के कारण शायद अंतरजाल पर न आ पाऊँ । इसलिए कुछ समय के लिए
शायद आप से भेंट न हो। स्वास्थ लाभ करके पुनः आपसे सम्पर्क स्था...
9 years ago
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सभी पाठकों को नववर्ष २०१२ की हार्दिक शुभकामनाएँ .......
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प्रिय दोस्तों ,
मैं विशेष कुमार आप सभी पाठकों को सर्वप्रथम नववर्ष २०१२ की
हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ . जब से मैंने होश संभाला हैं, तब से ह...
9 years ago
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आज अविनाश वाचस्पति का जनमदिन है
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आज, 14 दिसम्बर को नुक्कड़, तेताला, बगीची, पिताजी वाले अविनाश वाचस्पति का
जनमदिन है।
बधाई व शुभकामनाएँ
9 years ago
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'लेडिस' से त्रस्त जेंट्स
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हमारे देश में एक तरफ तो महिलाओं की बराबर की हिस्सेदारी की बात होती है, तो
वहीँ दूसरी ओर महिलायें खुद महिला होने का फायदा उठाती हैं. जी नहीं, ये कोई
नारीवाद...
9 years ago
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परियों की रानी.....अनुष्का
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*ओ लाडली, मेरी छैल छबीली *
*तितलियों सी है चंचल, फूलों सी रंगीली *
*परियों की रानी, ओ राजदुलारी *
* तेरी अदाएँ, जहां से निराली *
...
9 years ago
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शब्दावली - 117
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Zero address शून्य पता
zero bit शून्य
द्वयंक
zero c...
11 years ago
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